Kedarnath visiting places, केदारनाथ का नाम सामने आते ही लोगों के जहन में बर्फ से लदे हुए पहाड़, झरने और खूबसूरत वादियों के नजारे सामने आने लगते हैं. जिन लोगों को घूमने फिरने का शौक है वे अपने जीवन में एक बार केदारनाथ कि यात्रा पर जरूर जाना चाहते हैं. यदि आप भी केदारनाथ जाना चाहते है तो हम आपको Top Tourist Places in Kedarnath/केदारनाथ में घूमने की अच्छी जगह के बारे में बता रहे है जो आपके लिए बेहद खास हो सकते हैं.
श्री केदारनाथ यात्रा भारत कि सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा मानी जाती हैं. इसलिए भी लोग यहां पर जाना पसंद करते हैं. हम आपको बता दें कि केदारनाथ भारत के उत्तराखंण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित हैं. हर व्यक्ति केदारनाथ जाने से पहले यहा के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करना चाहता हैं. जैसे कि यहां पर घूमने कि अच्छी अच्छी जगह कौनसी हैं और यहां का वातावरण व माहौल कैसा हैं. इसी कमी को पूरा करने के लिए हम आपको इस आर्टिकल में kedarnath visiting places के बारे में बता रहे हैं.
अनुक्रम
केदारनाथ में घूमने की अच्छी जगह/Top Tourist Places in Kedarnath
दोस्तों जानकारी के लिए हम अपको बता दें कि केदारनाथ एक हिन्दू धार्मिक तीर्थ स्थान है. जो चारों तरफ से पहाड़ों से घीरा हुआ एक छोटा सा पर्वतीय श्रेत्र है. यहां पर घूमने के लिए वैसे तो कई अच्छी जगह है लेकिन हम आपको यहां पर मौजूद कुछ खास जगह के बारे में बता रहे है जो बेहद प्रसिद्ध और लोकप्रिय मानी जाती हैं. इसलिए यहां पर आने वाले तीर्थ यात्री, पर्वतारोही और पर्यटक इन जगहों पर जाना बेहद पसंद करते हैं.
1. केदारनाथ मंदिर
उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग में स्थित यह मंदिर भगवान शंकर जी को समर्पित हैं. यह एक प्राचीन मंदिर होने के साथ बारह ज्योतिर्लिंग में भी शामिल हैं. केदारनाथ मंदिर हिमालय पर्वतों के बीच में पहाड़ो से घीरा हुआ हैं. प्रतिकुल वातावरण के कारण यह मंदिर साल में सिर्फ मई माह से नवम्बर माह के बीच ही दर्शन के लिए खोला जाता हैं. इसके अलावा यह मंदिर हमेशा बर्फ से ढ़का रहता हैं जिसकी वजह से यहां पर जाना बेहद मुश्किल हैं.
मंदिर कि लोकप्रियता और धार्मिक महत्व कि वजह से हर साल यहां पर लाखों लोग दर्शक के लिए जाते हैं. वैसे केदारनाथ मंदिर के निर्माण के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिलती हैं. लेकिन ऐसा बताया जाता है कि इसक जिर्णोद्वार आदि शंकराचार्य ने किया था और इसका आधुनिक निर्माण पाडण्वों के वंशज महाराजा जन्मेजय ने किया था. सफेद रंगे के पत्थरों से निर्मित यह मंदिर कत्यूरी शैली में बना है जो दिखने में बेहद सुन्दर लगता हैं.
2. भीम शिला
केदारनाथ मंदिर के पीछे मौजूद भीम शिला एक विशाल चट्टान को कहां जाता हैं. हालांकि यह चट्टान मंदिर के निर्माण के समय से यहां पर नहीं हैं. इस चट्टान कि उत्पत्ति जून 2013 में हुई थी. क्योंकि इस साल केदारनाथ में भूस्खलन हुआ था जिसके फलस्वरूप यहां पर बादल फटने से जन धन कि हानि हुई थी. इस दौरान मंदिर को छोड़कर इसके आसपास का पूरा श्रेत्र जलमग्न हो चुका था.
लेकिन पहाड़ो से निकलकर आती हुई यह चट्टान मंदिर के पीछे आकर रूकर गई थी. जिसकी वजह से इसने संपूर्ण मंदिर को नष्ट होने से बचा लिया था. तभी से इस चट्टान को भीम शिला के नाम से जाना जाता हैं. ऐसा कहा जाता है कि यह चट्टान नहीं होती यह मंदिर बाढ़ में बह गया होता हैं. इसलिए भीम शिला को बेहद अधिक महत्व दिया जाता हैं. यहां पर आने वाले दार्शनिक इसे देखने बेहद अधिक पसंद करते हैं.
3. आदि शंकराचार्य मंदिर
Top Tourist Places in Kedarnath में यहां पर मौजूद भगवान आदि शंकराचार्य मंदिर कि भी बेहद अधिक महिमा हैं. यह मंदिर केदारनाथ मंदिर और भीम शिला के पीछे करीब 50 मीटर कि दूरी पर है. आदि शंकराचार्य मंदिर को हाल ही में बनाया गया है जो कि जमीन से करीब 25 से 30 फिट नीचे हैं. मंदिर में शंकराचार्य जी कि 20 फिट उँची प्रतिमा है जिसे काले पत्थर से बनाया गया हैं जो दिखने में बेहद आकर्षक और सुन्दर हैं.
आदि शकंराचार्य के मंदिर में पहुंचने के लिए दाएं तरफ से एक रास्ता जाता है जो गोलाकार आकार में सीधे प्रतिमा तक पहुंचता हैं. मंदिर के अन्दर कई साधु संतों का ढ़ेरा जमा रहता है जो इस जगह को और भी खूबसूरत बनाता हैं. इस मंदिर के प्रवेश द्वार के सामने से आसपास के हिमालय पर्वतों कि खूबसूरती देखी जा सकती है जो मन को शांति प्रदान करता हैं.
4. भैरव नाथ मंदिर
अब हम आपको places to visit in kedarnath में शामिल उस खास जगह के बारे में बता रहे है जिसके बिना केदारनाथ की यात्रा को अधुरा माना जाता हैं. जी हां हम बात कर रहे है भैरव नाथ मंदिर के बारे में जो केदारनाथ मंदिर से करीब 1 किलोमीटर कि दूरी पर एक विशाल पर्वत से स्थित हैं. भैरव नाथ मंदिर तक जाने के लिए पक्का रास्ता बना हुआ है जो निकट के पहाड़ से होकर गुजरता हैं. यह मंदिर केदारनाथ मंदिर के पश्चिम में स्थित है जहां से आपको एक ब्रिज पार कर जाना होता हैं.
ऐसी मान्यता है कि भैरव नाथ के दर्शन के बिना इस यात्रा को पूरा नहीं माना जाता हैं. यही वजह है कि लोग केदारनाथ बाबा के दर्शन के पश्चात यहां पर आते हैं. धार्मिक आस्था के अलावा इस मंदिर के आसपास का वातावरण बेहद शांत और शूकून प्रदान करता हैं. क्योंकि पहाड़ी पर मौजूद होने कि वजह से यहां चारों ओर के खूबसूरत व्यू दिखाई देता हैं.
सच कहूं तो जब मुझे इस मंदिर पर जाने का अवसर मिला तो यह मेरी सबसे पसंदीदा जगह बन गया था. आपको यकिन नहीं होगा कि हम लोग सुबह 10 बजे यहां पर पहुंच थे तो शाम 5 बजे ही वापस आए थे. क्योंकि यह जगह है ही इतनी खूबसूरत कि कोई भी यहां जाता है तो उसका आने का मन नहीं करता हैं.
5. वासुकी ताल
केदारनाथ की यात्रा पर जाने से पहले वासुकी ताल जाना मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य बन चुका था. क्योंकि मैने इसके बारे में काफि कुछ सुना था जिसकी वजह से इसे देखना मेरा सपना बन चुका था. यही वजह रही कि केदारनाथ मंदिर के दर्शन के बाद अगली सुबह करीब 6 बजे हम वासुकी ताल देखने के लिए निकल गए थे.
वासुकी ताल केदारनाथ मंदिर के मुख्य द्वार से पूर्व कि ओर एक पहाड़ी पर है जो करीब 7 किलोमीटर कि दूरी पर हैं. यहां पर जाने के लिए आपको बेहद ऊंची चढ़ाई करनी होती है. यह चारों तरफ से घीरे हुए पहाड़ों के बीच बना हुआ एक ताल है जो अपनी अद्भुत सुंदरता के साथ ब्रह्म कमल के लिए जाना जाता हैं.
जी हां इस ताल में आपको ब्रह्म कमल के दर्शन होते है जो पूरे हिमालय पर्वत में अन्य कहीं पर नहीं हैं. जिन्हें ट्रैकिंग का बेहद अधिक शौक है उन्हें यहां पर एक बार जरूर जाना चाहिए क्योंकि यहां कि सुन्दरता स्वर्ग से कम नहीं हैं.
अक्सर पूछे जाने प्रश्न:-
केदारनाथ कौन से महीने में जाना चाहिए?
वैसे तो यह यात्रा मई से नवम्बर माह तक होती हैं. लेकिन बारिश में यहां पर जाना अच्छा नहीं होता हैं. इसलिए आप मई के अलावा सितम्बर या अक्टूबर में जा सकते हैं.
केदारनाथ में कितना पैदल चलना पड़ता हैं?
गौलीकुंड के केदारनाथ की यात्रा शुरू होती हैं. इसके लिए आपको यहां से 19 किलोमीटर पैदल चलना होता हैं. पैदल चलने के अलावा आप घोड़े या खच्चर से भी जा सकते हैं.
केदारनाथ कहां हैं?
उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग जिले में
दोस्तों यदि आपको हमारा यह आर्टिकल केदारनाथ में घूमने की 5 अच्छी जगह/Top Tourist Places in Kedarnath अच्छा लगा है तो आप हमें कमेंट कर बता सकते हैं. यात्रा, टैक्नोलॉजी, सेहत और मोटिवेशन कोट्स से जुड़ी हुई जानकारी के लिए हमारी बेवसाइट पढ़ते रहिए.