इस आर्टिकल में हम बात कर रहे हैं Top Tourist Places In Mandsaur के बारे में जो मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रमुख जिला है. वैसे यदि देखा जाए तो मंदसौर एक छोटा जिला है, लेकिन पर्यटन के नजरिए से यह मध्य प्रदेश में एक अहम भूमिका निभाता है.
यहां पर ऐतिहासिक पर्यटन स्थल से लेकर धार्मिक पर्यटन स्थल तक ऐसी कई खूबसूरत जगह है जो पर्यटकों को यहां पर आने के लिए विवश करती है. हम आप लोगों को ऐसी ही कुछ खास मंदसौर में घूमने की जगह के बारे में बता रहे हैं.
मंदसौर के पर्यटन स्थल|Top Tourist Places In Mandsaur
Top Tourist Places In Mandsaur में हम लोगों ने यहां की उन खास जगह को शामिल किया है. जी ने खासतौर पर जिले की शान माना जाता है. मैंने मंदसौर में तकरीबन एक सप्ताह गुजारा था, इस दौरान मुझे यहां के कई खास पर्यटन स्थलों को देखने का मौका मिला था. इसलिए मैं आप लोगों को मंदसौर के ऐसे ही उन बेहतरीन पर्यटन स्थलों के बारे में बता रहा हूं जहां पर मैंने काफी वक्त गुजारा है.
तो आइए दोस्तों जानते हैं मंदसौर में घूमने की जगह के बारे में.
1.पशुपतिनाथ मंदिर
यदि हम मंदसौर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल या Top Tourist Places In Mandsaur की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे पहला नाम पशुपतिनाथ मंदिर का आता है. पशुपतिनाथ मंदिर ना सिर्फ मंदसौर में प्रसिद्धि बल्कि यह संपूर्ण भारत में लोकप्रिय है. क्योंकि इसकी सबसे खास बात यह है कि, यहां पर भगवान शिव की अष्ट धातु से बनी हुई अष्ट मुखी प्रतिमा विराजमान है जो संभवत भारत के किसी अन्य मंदिर में नहीं है.

मंदसौर में शिवना नदी के किनारे पर मौजूद इस मंदिर के चारों दिशाओं में दरवाजे हैं. लेकिन लोगों को सिर्फ पश्चिम दिशा में बने दरवाजे से ही मंदिर के अंदर प्रवेश दिया जाता है. मंदिर के अंदर 7.5 फीट ऊंचा विशाल शिवलिंग स्थापित है जो यहां के मुख्य आकर्षण में से एक है. श्रावण के महीने में यहां पर मनोकामना अभिषेक किया जाता है जिसमें धर्म और आस्था पर विश्वास रखने वाले भक्त काफी अधिक तादाद में आते हैं. मंदिर में मौजूद भगवान शिव जी की मूर्ति के विषय में ऐसा कहा जाता है कि, यह मूर्ति शिवना नदी में स्वयं ही प्रकट हुई थी.
इसके पश्चात यहां पर पशुपतिनाथ का विशाल मंदिर स्थापित किया गया था. पशुपतिनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के पर्व को भी बेहद उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. जिसमें स्थानीय लोगों के अलावा दूर-दूर से भक्त लोग यहां पर आते हैं.
मंदसौर में कौन सा मेला लगता है
पशुपतिनाथ का मेला
पशुपतिनाथ जी के कितने मुंह हैं?
मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ जी की अष्टमुखी प्रतिमा हैं
2.गांधी सागर बांध: Best Tourist Places In Mandsaur
यदि आप मंदसौर जिले में प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर किसी खास जगह का विचरण करना चाहते हैं तो आप लोगों को गांधी सागर बांध अवश्य जाना चाहिए. गांधी सागर बांध मंदसौर शहर से तकरीबन 120 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है जिसे चंबल नदी के ऊपर बनाया गया है. यह बांध बेहद विशाल रूप से बना हुआ है और यही वजह है कि इसे मध्य प्रदेश के सबसे बड़े बांध में शामिल किया गया है.
बरसात के दिनों में इस डैम के गेट खुलने के पश्चात यहां का भव्य नजारा देखते ही बनता है. गांधी सागर बांध की नींव साल 1954 में भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु के द्वारा रखी गई थी. वर्तमान में यह बांध विशाल रूप से बिजली उत्पन्न करने के अलावा पर्यटन के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. गांधी सागर बांध के दोनों तरफ विशाल जंगल और पहाड़ियों है जिसकी वजह से यहां पर लोग अक्सर छुट्टियां मनाने के लिए व पिकनिक पर आते रहते हैं. वैसे तो यहां पर हमेशा हरियाली छाई रहती है लेकिन बरसात के दिनों का अपना एक अलग ही आनंद है.
मंदसौर में मैंने अपनी यात्रा की शुरुआत गांधी सागर बांध से ही शुरू की थी. जो अनुभव मुझे आज भी बेहद यादगार लगता है. क्योंकि मैं यहां पर जुलाई के अंतिम सप्ताह में गया था और इस समय यहां की खूबसूरती ने मुझे काफी मोहित किया था. आपको भी बरसात के मौसम में एक बार गांधी सागर बांध अवश्य जाना चाहिए.
गांधी सागर बांध कौनसी नदी पर बना हैं
चंबल नदी पर
3. गांधी सागर वन्य जीव अभ्यारण
गांधी सागर बंध जीव अभ्यारण गांधी सागर डैम से कुछ ही दूरी पर चंबल नदी और अरावली पर्वत पर मौजूद एक प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटन स्थल है. यह अभ्यारण प्राकृतिक सौंदर्य, विलुप्त वन्य जीव और कई ऐतिहासिक विरासत व को अपने अंदर समेटे हुए है. वर्ष भर खुला रहने वाला यह वन्य जीव अभ्यारण पर्यटकों के लिए हमेशा निशुल्क रहता है. शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर यह जगह शांति और सुकून का आभास कराती है इसलिए यहां पर अक्सर लोग घूमने फिरने के लिए आते रहते हैं.
लगभग 400 वर्ष से अधिक पुराना यह वन्य जीव अभ्यारण वन्यजीवों के अतिरिक्त बबूल, महुआ, पलाश, ताड़ और सागवान जैसे वनस्पतियों का भी संगम है. वैसे तो इस अभ्यारण के मुख्य दिनों में नीलगाय और हिरण है जिन्हें झुंड में आसानी से विचरण करते हुए देखा जा सकता है. परंतु इनके अलावा भारतीय तेंदुए, मोर, जंगली कुत्ते, बंदर, काला भालू और लोमड़ी जैसे खूबसूरत जानवर भी देखने को मिलते हैं.
वन्यजीव और प्राकृतिक सौंदर्य के अलावा गांधी सागर अभ्यारण में हिंगलाजगढ़ का किला भी आकर्षण का केंद्र है. एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ यह किला तकरीबन 800 वर्षों से अधिक पुराना बताया जाता है. यहां से संपूर्ण अभ्यारण की अतुलनीय सुंदरता को निहारा जा सकता है. इन सभी के अलावा जहां पर चतुर्भुज नाथ का मंदिर और पाषाण काल के शैल चित्र की देखने को मिलते हैं.
4.श्री वही तीर्थ
मंदसौर शहर से तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी, खंडवा अजमेर रेलवे लाइन के पिपरिया से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित श्री वही जैन धर्म के एक पवित्र तीर्थस्थान के रूप में मनाया जाता है. यहां मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थापित है जिसकी स्थापना लगभग 900 वर्ष पूर्व की गई थी. पुराणों के अनुसार वही तीर्थ की स्थापना राजा संप्रति ने ने की थी. मंदिर के अंदर भगवान वही पार्श्वनाथ की काले रंग की प्रतिमा विराजमान है जो बेहद ही सुंदर और चमत्कारिक मानी जाती है.
मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर संपूर्ण मंदिर बेहद खूबसूरत और आकर्षक है जो यहां पर आने वाले लोगों को शांति प्रदान करता है. मंदिर का प्रवेश द्वार लाल कलर के पत्थर से बना हुआ है जिसके दोनों तरफ हाथी की आकृति बनी हुई है. यहां पर अक्सर कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं और आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं.
श्री वही तीर्थ के निकट ही प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक तालाब है जिसमें कमल के फूल इसकी सुंदरता को बढ़ाता है. इसके निकट ही आसमान के नीचे खुले मैदान में अक्सर मोर नृत्य करते हुए दिखाई देते हैं जिसे देखकर बेहद आनंद की अनुभूति प्राप्त होती है. यही वजह है कि एक बार यहां पर आने वाले पर्यटक बार बार आना चाहते हैं.
वैसे तो यहां पर अक्सर कई धार्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं. लेकिन अब तक महीने की पूर्णिमा को विशेष कार्यक्रम आयोजित होते हैं जिसमें हजारों श्रद्धालु आते हैं जिनके भोजन की व्यवस्था मंदिर के द्वारा की जाती है.
श्री वही तीर्थ महोत्सव
प्रतिवर्ष चैत्र में भगवान पार्श्वनाथ के जन्म कल्याण महोत्सव पर मेला लगता है जिसमे हजारों लोग शामिल होते हैं.
5.कुकड़ेश्वर
कुकड़ेश्वर न सिर्फ मंदसौर जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल में शामिल है बल्कि यह Top Tourist Places In Mandsaur में शामिल एक बेहतरीन पर्यटन स्थल हैं. श्री वही तीर्थ की तरह ही कुकड़ेश्वर धाम भी जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थान में से एक हैं. यदि हम मंदसौर जिले के सबसे प्राचीन मंदिरों की बात करें तो कुकड़ेश्वर धाम का अपना एक अलग ही स्थान है.
जी हां लोगों के अनुसार, आप बता दे कि जैन धर्म को समर्पित कुकड़ेश्वर मंदिर तकरीबन 1000 वर्ष पुराना बताया जाता है. मंदिर की डिजाइन और शैली को देखकर इसकी ऐतिहासिकता का अनुमान लगाया जा सकता हैं. धर्म और आस्था का प्रतिक कुकड़ेश्वर मंदिर मंदसौर से करीब 60 किलोमीटर और नीमच से सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर हैं.
नीमच और मंदसौर दोनो जगह से यहां पर जाने के लिए कार और टैक्सी सभी तरह के साधन दिन में किसी भी समय बेहद आसानी से मिल जाते हैं.
6.भानपुरा
अब हम आप लोगों को मंदसौर के उस खास पर्यटन स्थल के बारे में बता रहे है जिसने जिले की ऐतिहासिक विरासत को संजोकर रखा हैं. जी हाँ दरसल हम मंदसौर की ऐतिहासिक नगरी भानपुरा की बात कर रहे हैं जिसका नाम यहां के राजा भानु भील के नाम पर रखा गया था. वैसे तो आपको यहां पर छोटी बड़ी कई प्राचीन स्थल देखने को मिलते हैं. लेकिन यहां पर मौजूद भानपुरा संग्रहालय यहां का मुख्य आकर्षण है.
इस संग्रहालय में आपको राजा भानु भील के इतिहास से जुड़ी हुई और कला व संस्कृती से जुडी हुई दुर्लभ वस्तुओं का संग्रह देखने को मिलता है. इन सभी के अलावा जहां पर नंदी, कार्तिकेय और विष्णु भगवान की कई पुरानी तस्वीरें देखने को मिलती है.
यदि आप ऐतिहासिक चीजों को देखने व उन्हें जानने में रूचि रखते हैं तो एक बार आपको यहां पर जरूर जाना चाहिए. भानपुरा मंदसौर जिले से तकरीबन 130 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं.
7.पारासली
यदि हम मंदसौर जिले को जैन धर्म की जन्म स्थली कहे तो कोई गलत नहीं होगा. जी हाँ क्योंकि यहां पर जैन धर्म के तीर्थ स्थानों की कोई कमी नहीं हैं. इसी लिस्ट में हम आप लोगों को जैन धर्म के एक ऐसे ही तीर्थ स्थान पारासली के बारे में बता रहे हैं. दरअसल आप लोगों को बता दे की पारासली मंदसौर से 85 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद एक गांव हैं. जहाँ पर जैन धर्म के कई पवित्र और ऐतिहासिक मंदिर देखने को मिलते हैं.
श्री नागेश्वर तीर्थ और श्री पारासली तीर्थ यहां के सबसे प्रसिद्ध और पवित्र तीर्थ स्थान माने जाते हैं.पारासली मंदसौर के गांधी सागर वन्यजीव राष्ट्रीय अभ्यारण से सिर्फ 90 किलोमीटर की दूरी पर हैं. यह राजस्थान राज्य से काफी नजदीक हैं.
यही वजह हैं की यहां पर राजस्थान के के पर्यटक भी काफी तादात में आते हैं. धार्मिक क्रिकेट पान के रूप में प्रसिद्ध है पारासली के निकट प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर भी कई खूबसूरत जगह है जो देखने योग्य है.
7 मंदसौर के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल/Top Tourist Places In Mandsaur आर्टिकल आप लोगों को कैसा लगा हमें कमेंट कर बता सकते हैं. इसके साथ ही यह जानकारी अपने दोस्तों को शेयर करें. क्योंकि ज्ञान बाटने से ही बड़ता हैं….
साथ ही यह आर्टिकल पढ़ने के लिए बहुत धन्यवाद…. 🙏