हमारा यह आर्टिकल Top Tourist Places in Madhya Pradesh पर आधारित है. जिसमें हम आप लोगों को कुछ बेहतरीन नहीं जानकारी देने वाले हैं. मध्य प्रदेश भारत के न सिर्फ सबसे बड़े राज्यों में से एक से बनके यह है पर्यटन के मामले में भी देश में बेहद अधिक मायने रखता है.
यहां पर घूमने फिरने और मौज मस्ती करने के लिए ऐतिहासिक पर्यटक स्थल से लेकर कई प्राकृतिक सौंदर्य स्थान है जहां पर पर्यटक जाते रहते हैं. madhya pradesh tourism पर ना सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी पर्यटक भी आते रहते हैं.
इसलिए हम आप लोगों को mp tourist places के बारे में बता रहे हैं.
अनुक्रम
मध्यप्रदेश में घूमने की जगह|Top Tourist Places in Mp
यदि आप मध्यप्रदेश या इसके आसपास के राज्य के निवासी हैं और आप mp tourist places के बारे में जानना चाहते हैं तो, लेकिनन आप एक अच्छी जगह पर आए हैं. इस आर्टिकल में हम madhya pradesh tourism के उन बेहतरीन पर्यटन स्थलों को शामिल किया है जो हमेशा से लोगों की पहली पसंद आ रहे हैं.
तो आइए दोस्तों अब बिना किसी देरी के mp tourist places के बारे में जानते हैं.
1. ग्वालियर
दोस्तों Tourist Places in Madhya Pradesh की लिस्ट में सबसे सबसे पहले हम लोगों ने मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक में नगरी ग्वालियर को शामिल किया है. ग्वालियर शहर हमेशा से राजा रजवाड़ों का राज्य रहा है और यही वजह है कि यहां पर देखने के लिए कई ऐतिहासिक इमारतों है जो विश्व विरासत की सूची में शामिल है.
ग्वालियर मध्य प्रदेश के न सिर्फ सबसे बड़े शहरों में से एक है बल्कि यह पर्यटन के लिए भी बेहद महत्व रखता है. वैसे तो संपूर्ण ग्वालियर में देखने के लिए कोई प्रसिद्ध चीज है यहां पर मौजूद महाराजा मानसिंह का किला जिले की शान मनाया जाता है.
जो भी पर्यटक सबसे पहले यहां पर आता है उसकी पहली पसंद मानसिंह के किले पर जाना है.
ग्वालियर में घूमने के लिए क्या हैं?
यह जानने के लिए यह आर्टिकल पढ़े-ग्वालियर में घूमने की टॉप 9 जगह|
2. पचमढ़ी
मध्यप्रदेश में सतपुड़ा की रानी के नाम से मशहूर पर पचमढ़ी को राज्य में हिल स्टेशन के तौर पर जाना जाता है. पचमढ़ी मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में मौजूद एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो सतपुड़ा पर्वत पर बसा हुआ है. सतपुड़ा पर्वत की अपनी सुंदरता और यहां के पहाड़ों का मनोरम नजारा आसपास ही नहीं बल्कि भारत के अन्य राज्यों के लोगों को भी यहां पर आने के लिए विवश कर देता है.
ब्रिटिश काल के दौरान से ही पचमढ़ी अंग्रेजों की ग्रीष्मकालीन राजधानी रहा है. क्योंकि यहां पर गर्मी के दिनों में शहरों की अपेक्षाकृत बेहद ठंडी रहती है. यही वजह है कि लोग अक्सर यहां पर गर्मी के दिनों में जाना पसंद करते हैं.
प्राकृतिक सुंदरता के अलावा पचमढ़ी में आप लोगों को कई ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल भी देखने को मिलते हैं.
पचमढ़ी क्यों प्रसिद्ध है?
हिल स्टेशन के लिए
पचमढ़ी में घूमने के लिए क्या हैं?
पांडव गुफा, रजत प्रपात, जटाशंकर गुफा, धूपगढ़
पचमढ़ी कहां स्थित हैं?
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद संभाग में, शहर से करीब 120 किलोमीटर की दूरी पर
3. खजुराहो
खजुराहो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बसा हुआ एक शहर है जो अपने मध्यकालीन इतिहासिक मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है माना जाता है. धार्मिक नजरिए से खजुराहो मध्य प्रदेश में बेहद अहम माना जाता है. क्योंकि यहां पर बेहद अधिक तादाद में हिंदू और जैन धर्म के प्राचीन मंदिर देखने को मिलते हैं. खजुराहो में मौजूद ऐतिहासिक मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के द्वारा लगभग 1000 वर्ष पहले किया गया था.
यहां के मंदिरों की बेहद खूबसूरत डिजाइन और नक्काशी आपको भारत के अन्य किसी भी मंदिर में देखने को नहीं मिलती है. ऐतिहासिक विरासत में रुचि रखने वाले भारतीय और विदेशी पर्यटक यहां पर प्रतिदिन हजारों की तादाद में आते रहते हैं. ऐसा बताया जाता है कि यहां पर मौजूद हिंदू और जैन धर्म के मंदिरों का निर्माण करने में लगभग 100 वर्ष से अधिक का समय लगा था. यही इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता भी मानी जाती है.
मैं अपनी पर्सनल अनुभव के आधार पर यह कह रहा हूं कि आप लोगों को अपने जीवन काल में एक बार खजुराहो अवश्य जाना चाहिए. क्योंकि सच में यहां के मंदिरों की खूबसूरती देखने योग्य है.
खजुराहो क्यों प्रसिद्ध है?
यहां के प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिरो के लिए
खजुराहो के दर्शनियल स्थल
कंदरिया महादेव मंदिर, देवी जगदम्बा मंदिर, सूर्य मंदिर, दुल्हादेव मन्दिर, वामन मंदिर
4. भोपाल
झीलों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी के तौर पर भारत में जाना जाता है. भोपाल न सिर्फ मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है बल्कि यह पर्यटन के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है. एक समय था जब यहां पर नवाबों का राज हुआ करता था और यही वजह है कि इसे नवाबों का शहर भी कहा जाता है. सच कहूं तो भोपाल मेरे दिलो में बसता है क्योंकि मैंने अपने जीवन के चार साल यहां पर कॉलेज के दौरान गुजारे थे.
इसलिए जहां पर मौजूद कई खूबसूरत जगहों पर घूमने के साथ इस शहर को समझने का मौका मिला था. भोपाल में घूमने फिरने के लिए आप लोगों को प्राकृतिक समुंदर के अलावा कई ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल मिलते हैं. यदि सभी के अलावा यहां का माहौल आपको कभी बोरियत होने नहीं देता है.
क्योंकि यहां पर पर्यटन स्थल के अलावा मनोरंजन के लिए भी कई ऐसे अच्छी जगह है जहां पर आप परिवार और दोस्तों के साथ एक अच्छा समय गुजार सकते हैं. भोपाल रेल, सड़क और वायु मार्ग के द्वारा भारत के सभी बड़े शहरों व राज्यों से जुड़ा हुआ है जिसकी वजह से यहां पर पहुंचना बेहद ही आसान है.
भोपाल के लिए में घूमने की जगह
यह आर्टिकल पढ़े- भोपाल में घूमने की 10 जगह| Best 10 Tourist Places In Bhopal
5. ओमकारेश्वर
यदि madhya pradesh tourism की बात की जाए और ओमकारेश्वर का नाम ना लिया जाए ऐसा कदापि नहीं हो सकता है. ओम्कारेश्वर मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल में ही नहीं बल्कि धार्मिक स्थलों में से भी एक है. यहां पर मौजूद भगवान शिव जी को समर्पित ओमकारेश्वर मंदिर भारत के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग में से एक है.
इसलिए ओम्कारेश्वर नगरी में हमेशा भक्त और लोगों की भीड़ जमा रहती है. ओमकारेश्वर का निर्माण नर्मदा नदी के द्वारा स्वत: ही हुआ है और यह शिवपुरी नामक एक दूरी पर मौजूद है. धर्म और संस्कृति से जुड़ा होने की वजह से यहां पर हमेशा सुकून और शांति का आभास होता है. यही वजह है कि जो भी भक्त या पर्यटक यहां पर आता है वह बस यहीं का होकर रह जाता है.
ओंकारेश्वर में भगवान शिव जी के प्राचीन मंदिर के अतिरिक्त प्राकृतिक सौंदर्य और नर्मदा नदी के घाटों की खूबसूरती देखने योग्य है. महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर संपूर्ण ओमकारेश्वर नगरी को बेहद सुंदरता के साथ सजाया जाता है जिसमें लाखों करोड़ों लोग शामिल होते हैं.
6. उज्जैन
यदि हम भारत के सबसे पुराने शहरों की बात करें तो इस लिस्ट में उज्जैन का अपना एक अलग ही स्थान है. उज्जैन शिप्रा नदी के किनारे बसा हुआ एक धार्मिक तीर्थ स्थान है जिसे महाकालेश्वर मंदिर के लिए जाना जाता है. उज्जैन भारत के महान सम्राट विक्रमादित्य की राजधानी रहा है और यही वजह है कि इसका भारत के इतिहास से बेहद गहरा संबंध है. उज्जैन में कई धार्मिक व ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है जो देखने के लिए बेहद शानदार है.
यहां पर प्रत्येक 12 वर्ष में विशाल कुंभ के मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों करोड़ों लोग शामिल होते हैं. कुंभ के मेले के दौरान संपूर्ण उज्जैन नगरी को सुंदरता के साथ सजाया जाता है जो दृश्य देखने योग्य रहता है. धार्मिक पर्यटन स्थल होने की वजह से यहां पर मंदिरों का भंडार है. यही वजह है कि धार्मिक नगरी उज्जैन में प्रतिदिन हजारों लोग दूर-दूर से यहां पर श्रद्धा भक्ति भाव से आते हैं.
सूर्य उदय और सूर्य अस्त के समय शिप्रा नदी के घाट का दृश्य उज्जैन नगरी में देखने योग्य रहता है. वैसे तो आप उज्जैन में साल में किसी भी समय जा सकते हैं लेकिन कुंभ के मेले के समय यहां पर जाने का अपना एक अलग ही आनंद है.
7. मांडू
मध्य प्रदेश के धार जिले में मौजूद मांडू राज्य के प्रमुख हिल स्टेशन में से एक माना जाता है. क्योंकि मांडू विद्यांचल पर्वत पर बसा हुआ है जो इसकी सुंदरता की मुख्य वजह माना जाता है. मांडू एक हिल स्टेशन होने के साथ एक ऐतिहासिक नगरी होने की वजह से भी काफी प्रसिद्ध है. प्राचीन काल में मांडू कई मुस्लिम शासकों के अधीन रहा है और यही वजह है कि यहां पर उनके दौर की झलक देखने को मिलती है.
मांडू में प्राकृतिक सुंदरता के अलावा आप लोगों को कई ऐतिहासिक विरासत देखने को मिलती है जो आज भी अपनी नवीन अवस्था में है. वैसे तो यहां पर ज्यादातर प्राकृतिक प्रेमी आना पसंद करते हैं लेकिन वास्तु कला में रुचि रखने वाले लोग भी इस जगह को काफी पसंद करते हैं.
क्योंकि यहां पर जहाज महल, मांडू महल और दरवाजे बने हुए हैं जिन पर की गई प्राचीनतम शैली में की गई नक्काशी देखने योग्य है. मांडू एक हिल स्टेशन होने की वजह से यहां पर गर्मी, बरसात और सर्दी किसी भी मौसम में जाया जा सकता है.
सर्दियों के मौसम में जहां पर कोहरे की भरमार होती है तो वही बारिश के मौसम में यहां पर हरियाली और खूबसूरत झरने देखने को मिलते हैं. वही गर्मी के दिनों में भी यहां पर शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर ठंडी का अहसास मिलता है.
8. इंदौर
जनसंख्या की दृष्टि से इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर माना जाता है. इंदौर शहर न सिर्फ पर्यटन के मामले में बेहद अब्बल है बल्कि यह एजुकेशन और बिजनेस का भी बहुत बड़ा हब बन चुका है. यही वजह है कि यहां पर आसपास के शहरों और राज्यों के लोग भी एजुकेशन व बिजनेस करने के लिए आते हैं. इंदौर शहर प्राचीन काल में राजा रजवाड़ा का गढ़ रहा है और इसलिए यहां पर कई रजवाड़े व पुरानी इमारते देखी जा सकती है.
यहां पर मनोरंजन के लिए कई पर्यटन स्थलों के अलावा देखने के लिए कई खूबसूरत जगह और मॉल जहां पर अक्सर लोगों की भीड़ जमा रहती है. इंदौर शहर में मौजूद होलकर स्टेडियम भी किसी दार्शनिक स्थल से कम लीजिए क्योंकि क्रिकेट मैच के दौरान यहां का नजारा देखने लायक रहता है.
होलकर स्टेडियम इस दौरान लोगों की भीड़ से खचाखच भरा रहता है. सच कहा जाए तो इंदौर इंटरटेनमेंट की एक ऐसी जगह है जहां पर कोई भी व्यक्ति बोर नहीं हो सकता है. यहां पर घूमने फिरने के लिए चिड़ियाघर, राजवाड़ा मार्केट, खजराना मंदिर और रीजनल पार्क जैसी कई खूबसूरत जगह है जहां पर स्थानीय लोग अक्सर अपना वक्त गुजारने के लिए आते रहते हैं.
इंदौर में घूमने की जगह
यह आर्टिकल पढ़े;-इंदौर में घूमने लायक 15 खूबसूरत जगह|
इंदौर के आसपास घूमने की जगह
150 किलोमीटर की दूरी पर इंदौर के आसपास घूमने की जगह-
- मांडू
- महेश्वर
- सैलानी रिसोर्ट
- हनुमंतिया टापू
9. ओरछा
उत्तर प्रदेश के शहर झांसी से तकरीबन 20 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद ओरछा मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक नगरी के रूप में विख्यात है. बेतवा नदी के किनारे पर बसा हुआ ओरछा नगरी का निर्माण लगभग 500 वर्ष पूर्व किया गया था.ओरछा ने अपनी प्राचीन काल में कई युद्ध और कारनामे देखे हैं. इसलिए यहां के बारे में कहने के लिए कई किस्से और कहानियां सुनने को मिलती है.
शांत और प्राकृतिक विरासत संभाले हुए ओरछा में देखने के लिए वैसे तो कई खूबसूरत जगह है लेकिन बेतवा नदी के किनारे बना हुआ महल आकर्षण का मुख्य केंद्र माना जाता है. यहां पर कई ऐतिहासिक इमारत पर हैं जो बेहद खूबसूरत डिजाइन के साथ प्राचीन शैली में बनी हुई है जो दिखने में बेहद सुंदर लगती है. वैसे तो यहां पर शरद ऋतु में जाना बेहद अच्छा माना जाता है लेकिन सावन के महीने में भी यहां की सुंदरता देखने योग्य रहती है.
यहां पर मौजूद चतुर्भुज मंदिर को देखने के लिए प्रतिदिन हजारों की तादात में लोग यहां पर आते हैं. रामनवमी के समय यहां पर मौजूद राम मंदिर में भक्तों का विषय जमावड़ा देखने को मिलता है. इसलिए आप लोगों को एक बार यहां पर रामनवमी पर अवश्य जाना चाहिए.
ओरछा में घूमने के लिए क्या क्या हैं?
चतुर्भुज मंदिर, जहागीर महल, राजा महल, लक्ष्मी मंदिर, फूलबाग
10. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
यदि हम mp tourist places की बात करें और पन्ना राष्ट्रीय उद्यान का नाम न लिया जाए तो शायद यह आर्टिकल अधूरा रह सकता है. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिले की सीमाओं से लगा हुआ एक विश्व प्रसिद्ध वन्य जीव अभ्यारण है.
इस अभ्यारण को साल 1981 में विलुप्त प्रजाति के वन्य जीवो को संरक्षित करने के लिए स्थापित किया गया था. इसके पश्चात इसे साल 2011 में बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में नामांकित किया गया. पन्ना राष्ट्रीय अभ्यारण के निकट मौजूद केन नदी खूबसूरती के मामले में यहां का मुख्य आकर्षण है. यहां पर बरसात के मौसम में जाना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है क्योंकि इस समय हरियाली के साथ-साथ वन्यजीव भी देखने को मिलते हैं.
क्योंकि बरसात के दिनों में वन्य जीव पानी और भोजन की तलाश में अक्सर यहां पर घूमते फिरते रहते हैं. यदि मौसम की बात करें तो यहां पर गर्मियों के दिनों में जाना अच्छा नहीं माना जाता. क्योंकि इस समय यहां पर कभी-कभी 45 डिग्री से अधिक पारा हो जाता है जिसकी वजह से काफी अधिक गर्मी का सामना करना पड़ता है.
यदि आप पन्ना राष्ट्रीय अभ्यारण घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप लोगों को यहां पर विशेष तौर पर सर्दियों और बारिश के मौसम में जाना चाहिए.
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब की गई थी?
साल 1981 में
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान किस नदी के तट पर है?
केन नदी
11. महेश्वर
भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक नर्मदा नदी के किनारे पर बसा हुआ महेश्वर एक ऐतिहासिक नगरी होने के साथ धार्मिक स्थान के लिए भी प्रसिद्ध है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि महेश्वर की स्थापना राजा सहस्त्र अर्जुन ने रावण को पराजित करने के पश्चात की थी. यही वजह है कि महेश्वर का उल्लेख रामायण और महाभारत काल के कई पुराने ग्रंथों में मिलता है.
यहां पर मौजूद महेश्वर का किला पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि महेश्वर किले की सुंदरता और नर्मदा नदी के घाट का सुंदर शांत वातावरण इन सभी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थान होने के अलावा महेश्वर डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी मध्यप्रदेश में एक अच्छी जगह माना जाता है. यही वजह है कि अक्सर युवा अपनी डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए महेश्वर का रुख करते हैं.
महेश्वर में नर्मदा नदी के धार्मिक उत्सव पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें भारी मात्रा में लोग शामिल होते हैं. इस दौरान महेश्वर में कई भंडारे भी आयोजित किए जाते हैं जिसमें लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. यदि आप मध्यप्रदेश या इसके आसपास के राज्य के निवासी हैं और आप शांति सुकून से भरपूर किसी खूबसूरत जगह पर जाना चाहते हैं तो आप लोगों को महेश्वरम एक बार अवश्य जाना चाहिए.
महेश्वर क्यों प्रसिद्ध हैं?
नर्मदा नदी के किनारे मौजूद होने की वजह है यह अपनी सुंदरता और कलात्मक मंदिरों के लिए प्रसिद्ध हैं.
महेश्वर में देखने के लिए क्या क्या हैं?
रजवाड़ा, अहिलेश्वर मंदिर, महेश्वर में नर्मदा घाट, महेश्वर का किला
12. जबलपुर
Madhya Pradesh Tourism में जबलपुर को शामिल करना बेहद जरूरी है. क्योंकि जबलपुर के बिना mp tourist places की कल्पना नहीं की जा सकती है. जबलपुर को मध्यप्रदेश में उच्च न्यायालय और संस्कारधानी के तौर पर जाना जाता है. इस खूबसूरत शहर में घूमने फिरने से लेकर मौज मस्ती करने के लिए बेहद अच्छी जगह है जहां पर स्थानीय लोगों और पर्यटकों की भीड़ जमा रहती है. रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में भी जबलपुर का मध्य प्रदेश में बेहद अहम योगदान हैं.
वैसे तो जबलपुर में घूमने फिरने की कई खूबसूरत जगह है लेकिन इनमें भेड़ाघाट सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. भेड़ाघाट की अपूर्व सुंदरता का वर्णन कई पुस्तकों और ग्रंथों में पढ़ने को मिलता है. यही वजह है कि मेरी जबलपुर की पहली यात्रा के दौरान यहां पर जाने से मैं अपने आप को रोक नहीं सका था. भेड़ाघाट का धुआंधार जलप्रपात जबलपुर का सदाबहार पर्यटन स्थल है जहां पर आप साल में किसी भी मौसम और किसी भी दिन जा सकते हैं.
जबलपुर में भेड़ाघाट के अलावा मदन महल जैसी कई ऐतिहासिक इमारतें भी है जो पर्यटन के नजरिए से बेहद अहम है. यही वजह है कि इन जगहों पर अक्सर लोगों की भीड़ देखने को मिलती है. यदि आप जबलपुर जाते हैं तो आप लोगों को भेड़ाघाट एक बार अवश्य जाना चाहिए.
जबलपुर क्यों प्रसिद्ध हैं?
धुआधार जल प्रपात भेड़ाघाट के लिए
जबलपुर में घूमने की जगह
भेड़ाघाट, मदन महल का किला, बाजना मठ, तिलवारा घाट, त्रिपुर सुन्दरी मन्दिर, गुप्तेश्वर मन्दिर
हमारा यह आर्टिकल मध्यप्रदेश में घूमने की 12 खूबसूरत जगह|Tourist Places in Madhya Pradesh पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यावाद, साथ ही इस जानकारी को अपने दोस्तों व परिचित लोगों को जरूर शेयर करें.