Sehore Mp में घूमने की 8 सबसे खूबसूरत जगह

क्या आप भी इंटरनेट पर sehore mp में घूमने की 8 सबसे खूबसूरत जगह सर्च कर रहे हैं तो आप बिल्कुल ही सही जगह पर आए हैं. सीहोर मध्य प्रदेश का एक छोटा जिला है जो कि एक समय पहले नवाबों की नगरी भी रहा है. सीहोर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल व इंदौर संभाग की सीमाओं से लगा हुआ है जिसकी वजह से यहां पर हमेशा चहल-पहल रहती है.

यहां पर घूमने के लिए ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक सभी तरह के पर्यटन स्थल मौजूद हैं. इसलिए हम आप लोगों को सीहोर जिले में घूमने के ऐसे ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में बता रहे हैं जहां पर मैं काफी घूम चुका हूं.

अनुक्रम​

sehore mp में घूमने की 8 सबसे खूबसूरत जगह

दरअसल मैंने इंदौर और भोपाल में काफी वक्त गुजारा है और इसलिए इनके आसपास के कई जिलों में मेरा घूमना हुआ है. इसलिए मैंने sehore mp में फुल बेहतरीन जगह को शामिल किया है, जहां पर मेरा अक्सर जाना होता रहता है. तो आइए दोस्तों जानते हैं सीहोर में घूमने की जगह के बारे में जो हमेशा से जिले और मध्य प्रदेश के पसंदीदा पर्यटन स्थल रहे हैं.

1. कुबेरेश्वर महादेव मंदिर sehore mp

यदि आप मध्यप्रदेश या इसके आसपास के किसी राज्य के निवासी है तो शायद आपने सीहोर के कुबेरेश्वर महादेव मंदिर के बारे में जरूर सुना होगा. कुबेरेश्वर महादेव मंदिर इन दिनों सीहोर जिले कि एक नई पहचान बनकर उभरा हुआ हैं.

इस मंदिर का निर्माण मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा किया गया हैं. इस भगवान शिव जी को समर्पित इस यह मंदिर अभी अपनी निर्माणधीन अवस्था में हैं. यहां पर भगवान शिव जी एक मंदिर है और गौ शाला देखने के मुख्य आकॄर्षण हैं.

कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में प्रतिदिन भक्तों का जमावडा देखने को मिलता हैं. यहां पर मिलने वाले रुद्राक्ष कि बेहद अधिक मान्यता हैं. यही वजह है कि न सिर्फ राज्य बल्कि दूर दूर से लोग यहां पर रूद्राक्ष प्राप्त करने के लिए आते हैं. वैसे तो आपको यहां पर रोजाना हजारो लोगों कि भीड़ देखने को मिलती हैं. लेकिन रविवार के दिन का यहां पर नजारा देखते ही बनता हैं.

कुलेश्वर धाम सीहोर पता:

श्री कुबेरेश्वर महादेव मंदिर सीहोर शहर के चितावलिया हेमा गांव में इंदौर भोपाल मार्ग पर मौजूद हैं. यहां पर जाने के लिए राज्य में किसी भी जगह से कार और बस के द्वारा जाया जा सकता हैं.

2. सीहोर में घूमने की जगह – बीजासन देवी मंदिर सलकनपुर

सीहोर जिले के सलकनपुर गांव में स्थित बिजासन देवी का मंदिर ना सिर्फ जिले के बल्कि मध्य प्रदेश के सबसे बड़े धार्मिक स्थल में से एक माना जाता है. यह मंदिर मां दुर्गा देवी के बिजासन रूप को समर्पित है. बिजासन देवी का मंदिर लगभग 1000 फिट ऊंचे एक पहाड़ पर स्थापित है. धर्म और आस्था के लिए प्रसिद्ध यह मंदिर जिले का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और इसलिए यहां पर प्रतिदिन हजारों की तादात में भक्त लोग आते हैं.

नवरात्रि के पावन अवसर पर यहां का अद्भुत नजारा देखते ही बनता है. जी हां क्योंकि नवरात्रि के इस उत्सव पर इस मंदिर को ना सिर्फ भव्यता के साथ सजाया जाता है बल्कि कई धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. जिसमें शामिल होने के लिए न सिर्फ सीहोर बल्कि आसपास के जिलों के लोग यहां पर आते हैं.

पहाड़ी पर मौजूद इस मंदिर तक पहुंचने के लिए लगभग 1400 सीढ़ियां है और इसके अलावा यहां पर पहाड़ी के दूसरे हिस्से से कार या पर्सनल बाइक से भी जा सकते हैं. मंदिर के निकट खरीदारी करने के लिए कई खूबसूरत दुकानें बनी हुई है जो यहां के मुख्य आकर्षणों में शामिल है.

बिजासन देवी के मंदिर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर एक छोटी सी पहाड़ी के नीचे भगवान शिव जी का भी एक मंदिर है जो दर्शन करने योग्य है. हालांकि इस शिव मंदिर तक पहुंचने का रास्ता काफी दुर्गम है लेकिन यहां की खूबसूरती का अपना एक अलग ही आलम है जो लोगों को जहां पर आने के लिए आकर्षित करती है.

सलकनपुर में कौन सी देवी हैं?

दुर्गा देवी का बिजासन अवतार​

सलकनपुर की चढ़ाई कितनी हैं?

1400 सीढ़ियां पैदल​

होशंगाबाद से सलकनपुर की दूरी

33 किलोमीटर​

सीहोर से सलकनपुर कितने किलोमीटर हैं

85 किलोमीटर​

बीजासन देवी के मंदिर से कुछ ही दूरी पर नर्मदा का घाट है जिसे आंवली घाट के नाम से जाना जाता हैं. प्रत्येक अमावस्या और पुर्णिमा पर यहां स्नान करने के लिए लोगों को जमावड़ा रहता हैं. वही हर नवरात्रि में भी यहां धाम के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिलते हैं.

3. Top Tourist Places In Sehore – सरु मरू की गुफाये

सीहोर जिले में मौजूद सरू मरू की गुफाएं प्राकृतिक सौंदर्य और इतिहास की धरोहर के रूप में विख्यात है. यहां पर बौद्ध धर्म के कई प्रमाण है देखने को मिलते हैं और इसलिए इसे बौद्ध धर्म के प्रमुख मठों में शामिल किया गया है. सरू मरू की गुफाओं में छोटे-छोटे कई बौद्ध स्तूपओं के साथ छोटी बड़ी कई तरह की गुफाएं भी देखने को मिलती है जिनका इतिहास बहुत पुराना बताया जाता है.

इन गुफाओं का सम्राट अशोक से भी संबंध जुड़ा हुआ है. यहां पर प्राप्त होने वाले कई शिलालेखों पर अशोक के पुत्र महेंद्र कुमार के बारे में उल्लेख मिलता है. सरू मरू की यह गुफाएं एक पहाड़ी पर मौजूद है जहां से संपूर्ण है सीहोर और उसके आसपास के सुंदर दृश्य को दिखा जा सकता है.

यह गुफाएं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से तकरीबन 80 किलोमीटर और सीहोर से 85 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पान गुराडिया के निकट मौजूद है. वैसे तो आप इस प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटन स्थल पर किसी भी मौसम में जा सकते हैं परंतु बरसात में यहां की खूबसूरती की तुलना नहीं की जा सकती है.

पहाड़ों पर मौजूद होने की वजह से गर्मी के दिनों में शाम के समय यहां से सूर्यास्त का नजारा देखना बेहद सुंदर प्रतीत होता है. यही वजह है कि यहां पर स्थानीय लोग अक्सर घूमने के लिए व पिकनिक मनाने के लिए जाना पसंद करते हैं. यदि आप सीहोर या भोपाल के आसपास के हैं तो आप लोगों को सरू मरू की गुफाओं पर एक बार अवश्य जाना चाहिए.

4. गणेश मंदिर सीहोर

हम आप लोगों को अब ना सिर्फ Top Tourist Places in Sehore में शामिल उस खास जगह के बारे में बता रहे हैं बल्कि यहां के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में शामिल गणेश मंदिर के बारे में बता रहे हैं. इस मंदिर की लोकप्रियता के किस्से में कई बार सुन चुका था और यही वजह रही कि सीहोर जाने के बाद यहां पर जाने से मैं अपने आप को रोक नहीं सका था. श्री गणेश मंदिर सीहोर जिले के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है.

मैंने कई पौराणिक कथाओं में इस मंदिर के बारे में सुना है कि यह उज्जैन के महाराजा विक्रमादित्य के समय का है. परंतु इसका नवीनीकरण मराठा साम्राज्य के बाजीराव के द्वारा किया गया था. वैसे तो गणेश मंदिर पर अक्सर पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और इसलिए यहां पर हमेशा चकाचौंध का माहौल रहता है.

लेकिन हर साल गणेश चतुर्थी के पर्व को यहां वह धूमधाम के साथ मनाया जाता है जिसमें जिले और राज्य के कई लोग शामिल होते हैं. इसके अलावा गणेश मंदिर में पर प्रत्येक बुधवार को भक्तों का विशेष जमावड़ा भी देखने को मिलता है. धर्म और आस्था से जुड़े हुए भक्त व लोग यहां पर अक्सर जाते रहते हैं.

यह मंदिर सीहोर​ शहर से तकरीबन 3 किलोमीटर की दूरी पर गोपालपुर नाम के एक गांव में स्थापित है. जहां पर जाने के लिए सीहोर से सभी तरह के साधन दिन में किसी भी वक्त मिल जाते हैं. पीले रंग से निर्मित यह मंदिर बेहद खूबसूरत और आकर्षक नहीं है.

5. Best Tourist Places In Sehore – कोलार डैम​

ज्यादातर सभी डेमो को विशाल जलाशय या नदियों के ऊपर बनाया जाता है इसलिए इनकी सुंदरता देखने लायक रहती है. हम आप लोगों को सीहोर जिले के ऐसे ही एक खूबसूरत है डैम के बारे में बता रहे हैं जिसे कोलार डैम के नाम से जाना जाता है. पहाड़ों और जंगलों के बीच कोलार नदी पर बना हुआ यह डैम विशेष तौर पर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है.

वैसे तो गर्मी और सर्दियों के दिनों में आप जहां पर किसी भी समय नौका विहार का आनंद ले सकते हैं. परंतु शाम के समय सूर्य अस्त के दौरान नौका बिहार का आनंद प्राप्त करना एक खूबसूरत एहसास है. कोलार डैम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से तकरीबन 40 किलोमीटर और सीहोर शहर से महज 55 किलोमीटर की दूरी पर है.

भोपाल के बेहद नजदीक होने की वजह से यहां के लोग अक्सर छुट्टियां और पिकनिक मनाने के लिए कोलार डैम पर आते रहते हैं. पहली बार में कोलार डैम पर अपने दोस्तों के साथ कॉलेज से बंक मारकर गए थे और तभी से यह जगह मेरी सबसे पसंदीदा रही है. कोलार डैम पर जाने के लिए वैसे तो कोई साधन नहीं मिलता है. इसलिए बेहतर हो कि यहां पर आप अपने पर्सनल साधन से ही जाए तो ज्यादा अच्छा होगा.

बरसात के दिनों में कोलार डैम में पानी की भरमार होने की वजह से किस के गेट खोले जाते हैं तो यह खूबसूरती देखने लायक रहती है. वही यदि सच कहा जाए तो हर डैम की खूबसूरती उसके गेट खुलने के बाद ही दिखाई पड़ती है.

यदि आप कोलार डैम की अद्भुत सुंदरता को देखना चाहते हैं तो आपको बरसात के दिनों में इसके गेट खुलने के पश्चात जरूर जाना चाहिए. सीहोर और भोपाल शहर से कोलार डैम के बीच का रास्ता भी एडवेंचर से भरपूर है जो सुकून और शांति प्रदान करता है.

6. सीहोर में घूमने की जगह – कुंवर चैनसिंग की समाधी

हम आप लोगों को Sehore Tourist Places में शामिल जिस खास जगह के बारे में बता रहे हैं वह एक ऐतिहासिक स्मारक है. इस ऐतिहासिक स्मारक को कुंवर चैन सिंह की समाधि के तौर पर जाना जाता है. श्री कुंवर चैन सिंह की यह समाधि सीहोर इंदौर रोड पर लोटिया नदी के किनारे पर स्थित है. पीले और नारंगी कलर से बनी हुई यह समाधि एक गुंबज की तरह दिखाई पड़ती है जो दिखने में बेहद सुंदर है.

श्री कुंवर चैन सिंह समाधि के निर्माण के विषय में ऐसा बताया जाता है कि, यहां की रियासत के राजा कुंवर चैन सिंह ने 1824 में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ पहली बार बगावत की थी. इसके फलस्वरूप सीहोर में अंग्रेजों और ब्रिटिश हुकूमत के बीच युद्ध हुआ था जिसमें कुंवर चैन सिंह अपनी मातृभूमि के प्रति लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गए थे. यही वजह है कि कुंवर चैन सिंह की याद में समाधि का निर्माण किया गया था.

इस समाधि पर प्रति वर्ष 24 जुलाई को उनकी पुण्यतिथि को एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान केंद्र शासन के द्वारा कुंवर चैन सिंह की याद में गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है. सीहोर में किसी भी जगह से कुंवर चैन सिंह की समाधि तक जाने के लिए पर्याप्त मात्रा में साधन मिल जाते हैं.

7. ऑल सेंट्स चर्च – Best Tourist Places in Sehore

यदि हम Top Tourist Places in Sehore की बात करें और उसमें ऑल सेंट्स चर्च की बात न की जाए ऐसा हो नहीं सकता. यह चर्चित ना सिर्फ सीहोर के सबसे पुराने ऐतिहासिक इमारतों में से एक है बल्कि यह सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी है. इस चर्च की विशेष बनावट, डिजाइन और आसपास का वातावरण ही यहां की खास पहचान है.

ऑल सेंट्स चर्च का निर्माण तकरीबन 1838 के आसपास में ब्रिटिश पोलिटिकल एजेंट के द्वारा किया गया था. यह चर्च स्कॉटलैंड के एक चर्च को ध्यान में रखकर बनाया गया था. ऑल सेंट्स ऑफ चर्च की डिजाइन, एलिवेशन यहां तक कि इसके आसपास के ऊंचे ऊंचे पेड़ यह सब स्कॉटलैंड के चर्च से प्रेरित हैं.

जैसा कि हम लोग जानते हैं कि सभी चर्च क्रिश्चियन धर्म को समर्पित है और यह उनके लिए सबसे बड़े धार्मिक स्थल भी माने जाते हैं. यही वजह है कि इन चर्च की रौनक हमेशा क्रिसमस के दिनों में देखने को मिलती है.

ऑल सेंट्स चर्च को भी क्रिसमस के त्योहार पर लाइटों से सजाया जाता है और इस पर्व को बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है. क्रिसमस के त्योहार पर यहां सीहोर जिले के ही नहीं बल्कि आसपास के शहर में राज्यों के लोग भी यहां पर आते हैं. यदि आप यहां की अपूर्व सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं तो क्रिसमस के मौके पर आपको ऑल सेंट्स चर्च जरूर जाना चाहिए.

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8. सीहोर में घूमने की जगह – क्रिसेंट रिसोर्ट एवं वाटर पार्क

सीहोर मुख्यालय से तक़रीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद क्रिसेंट वॉटर पार्क Sehore ke Tourist Places में एक अहम भूमिका निभाता हैं. सच कहा जाए तो सीहोर क्रिसेंट पार्क बाहर इंटरटेनमेंट वाली जगह है जहां पर बच्चों से लेकर युवाओं तक के लिए मनोरंजन की सभी चीजें मौजूद हैं.

क्रिसेंट वाटर पार्क खासतौर पर गर्मी से छुटकारा पाने के लिए एक बेहतरीन जगह है. यही वजह है कि यहां पर अन्य मौसम की अपेक्षाकृत गर्मी के दिनों में ज्यादा लोग देखने को मिलते हैं. क्रिसेंट वाटर पार्क में छोटे बड़े सभी तरह के स्विमिंग पुलों के साथ भोजन करने के लिए रेस्टोरेंट्स, रिसोर्ट और छोटे बच्चों के लिए झूले जैसी सभी तरह की व्यवस्था मौजूद हैं.

भोपाल और इंदौर के निकट होने की वजह से क्रिसेंट वाटर पार्क में यहां के लोग काफी ज्यादा देखने को मिलते हैं. गर्मी के मौसम के अलावा भी यह सभी मौसम में खुला रहता है. लेकिन गर्मी के मौसम में यहां पर विशेष तौर पर लोगों का आना जाना लगा रहता है.

  • crescent water park ticket price – 500/-
  • crescent water park indore contact number – 9644410004- 0006
  • Online Ticket Booking- Website

सीहोर के आसपास घूमने की जगह​|sehore location me ghumane ki jagah

ये सीहोर जिले के आसपास घूमने की जगह है- जो करीब 200 किलोमीटर के अंदर है-

सीहोर घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है|Best Time to Visit in sehore location

वैसे तो यहां पर प्राकतिक पर्यटन स्ठलों के साथ कई धार्मिक स्थल है जहां पर आप साल में कभी भी जा सकते हैं. लेकिन सीहोर में सर्दियों और बरसात के मौसम में घूमना ज्यादा अच्छा हैं.

सीहोर के बारे में अक्सर पुछे जाने वाले प्रश्न​:-

भोपाल से सीहोर कितने किलोमीटर हैं?

40 किलोमीटर​

सीहोर से इंदौर कितने किलोमीटर है?

155 किलोमीटर​

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